Tuesday, August 14, 2012

15 August

तारीख : १५ August
नाम: समीर
उम्र: २१ साल
पेशा: Student, Undergraduate, Engineering
कल ही रात समीर ने एक धाँसू सा ब्लॉग लिखा था, "India at age 64: Reflection and Future ahead". Posting के एक घंटे के अंदर २० comments और ३० Interesting reactions देखकर वो काफी खुश हुआ. Third year से उसने Blog लिखना शुरू किया था और पिछले एक साल में उसकी काफी बड़ी following हो गयी थी. Final year का ज्यादा समय तो बाहर की Universities में apping करने में और Foreign की companies में apply करने में चला जाता है, पर फिर भी समीर blog के लिए तो समय निकल ही लेता है. पोस्ट में उसने politicians , naxals , media , Pakistan , Kalmadi सबकी ऐसी की तैसी कर डाली थी. पर readers को तो उसके post का second half बहुत भाया था जिसमे उसने जताया था की कैसे हम सब की जिम्मेदारी बनती है India के विकास में. Paying tax, voting for right candidate, community work, active participation in politics जैसे कर्तव्य सभी के इमानदारी से निभाने से ही India उन्नती कर सकेगा. खैर हमें उसकी post से क्या लेना देना.
आज वह रोज की तरह १० बजे जागेगा और  फिर चारो तरफ बजते देशभक्ति संगीत उसे याद दिलाएंगे की आज या तो २६ January है या फिर १५ August है. PC sharing से ४-५ देशभक्ति गाने download करके winamp पर enqueue कर देगा. करीब १२ बजे उसे एक बड़ी MNC से Job offer आने वाला है. ३ साल के contract पर उसे US में posting मिली है. समीर हमेशा US जाना चाहता था. आज शाम दोस्तों को जमकर party देगा और शायद उसकी अगली post US से होगी.

नाम: शर्मा जी 
उम्र: ४२ साल
पेशा: Government employee
पिछले १७ साल से शर्मा जी सरकार की सेवा में हैं पर उन्हें किसी चीज से सबसे ज्यादा खुन्नस है तो वो सरकार ही है. बढती महँगाई, ढलती उम्र और कुँवारी बेटी के बोझ को बस एक ही समय पूरी तरह भूल पाते हैं शर्मा जी, शाम की मित्र मंडली में. Politics का विषय छिड़ा नहीं कि शर्मा जी बोल पड़ते हैं, "साली, सारी सरकार चोर है. सारे नेता अपना pocket गर्म किये पड़े हैं, किसी को हमारी और देखने कि फुर्सत ही नहीं. कामचोर साले." यह अलग बात है कि शर्मा जी कभी vote डालने नहीं जाते, ऐसे भी उनके अकेले के vote से क्या फर्क पड़ेगा. 
जब भी कोई छुट्टी Sunday को पड़ती है, शर्मा जी का mood बिगड़ जाता है. शर्मा जी ने चाय पीते हुए TV on किया. शर्मा जी कभी भी budget session और स्वतंत्रता दिवस की झाँकी देखना नहीं भूलते. Prime Minister के भाषण शुरू होते ही उन्होंने TV switch off कर दिया, "चोर साले".

नाम: छोटू
उम्र: १७ साल
पेशा: चाय वाला
अगर आपने छोटू की स्पेशल चाय नहीं पीयी तो समझो आपने चाय नहीं पीयी कभी. Politics के अखाड़े से Bollywood की रंगीनियों तक, सब पर मंत्रणा होती है उसकी दुकान पर. अपने शर्मा जी छोटू की general चाय के regular customer हैं. छोटू ने कितनी बार चिकोटी लेते हुए शर्मा जी से कहा कि साहेब आज तो स्पेशल चाय पी लो, आज स्मार्ट लग रहे हो. शर्मा जी खीजते हुए कहते हैं, " इसी चाय को स्पेशल चाय कहकर ऊँचे दाम पर बेचता है, चोर कहींका." 
आज छोटू बहुत खुश है. चूल्हे के बगल में एक रूपये का तिरंगा उसने खोस रखा है. सवेरे से रेडिओ full volume पर लोकल FM से प्रसारित देशभक्ति गाना बजा रहा है, और छोटू पूरे मान से लता का साथ दे रहा है. उसकी निगाहें लगातार सामने से गुजरती Public schools की प्रभात फेरी पर जमी हैं. उसे school dress में बच्चे बहुत अछे लगते हैं. जब कोई teacher कतार तोड़ने वाले बच्चे की कान मरोरड़ता है तो छोटू बरबस मुस्कुरा पड़ता है. कारण उसे नहीं पता, पर आज वो खुश है.

"छोटू आज स्पेशल चाय लाना", शर्मा जी पहली बार प्रसन्नचित मुद्रा में थे.
"क्या बात है साहेब, आज बड़े खुश हो."
 "बेटे समीर की job US में लगी है. लगता है सरकारी engineering college में भी पढाई अच्छी ही होती है." आज उन्हें सरकार से कोई रोष नहीं था.
"आप तो स्पेशल चाय पीयो वो भी general चाय के दाम में."

आज सभी खुश हैं. हम, आप, समीर, शर्मा जी और छोटू. इस देश ने सभी को कुछ ना कुछ दिया है. क्या हम कभी इसका कर्ज उतर पाएँगे?